आचार्यपरिचय Acharya Parichaya (OEC संस्कृत) MCQs

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प्रिय विद्यार्थियों, इस पोस्ट में आचार्यपरिचय Acharya Parichaya (OEC संस्कृत) MCQs  है। जो मुख्यतः दिल्ली विश्वविद्यालय के परास्नातक संस्कृत के तृतीय सत्र 3rd Sem (OEC Sanskrit) से संबंधित है तथा संस्कृत की विविध प्रतियोगी परिक्षाओं NET JRF, TGT PGT तथा विश्वविद्यालय स्तरीय परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।

Q1. भर्तृहरि के शतकत्रयी में परिगणित नहीं है –

क). नीतिशतकम्
ख). श्रृंगारशतकम्
ग). काव्यशतकम्
घ). वैराग्यशतकम्

Q2. भर्तृहरि के वाक्यपदीयम् का विभाजन इनमें से नहीं है –

क). ब्रह्मकाण्ड
ख). वाक्यकाण्ड
ग). व्याकरणकाण्ड
घ). पदकाण्ड

Q3. आचार्य पाणिनि को किस ग्राम का निवासी माना जाता है–

क). शालातुर
ख). कन्नौज
ग). वाराणसी
घ). गोनर्द

Q4. वररुचि कात्यायन को किस क्षेत्र का निवासी माना जाता है?

क). बङ्ग प्रदेश का
ख). दक्षिण का
ग). कश्मीर का
घ). मध्यभारत का

Q5. महर्षि पतञ्जलि का काल माना जाता है-

क). 150 ईसवी
ख). 500 ई.पू.
ग). 150 ई.पू.
घ). 350 ई.पू.

Q6. महाभाष्य के प्रथम आह्निक का अपर नाम है –

क). प्रत्याहाराह्निक
ख). पस्पशाह्निक
ग). प्रत्ययाह्निक
घ). शब्दाह्निक

Q7. पाणिनि के गुरू का नाम था-

क). व्याडि
ख). वर्ष
ग). उपवर्ष
घ). शाकटायन

Q8. पाणिनि के पञ्चोपदेश में परिगणित नहीं है-

क). गणपाठ
ख). धातुपाठ
ग). लिङ्गानुशासन
घ). शब्दानुशासनम्

Q9. पाणिनि को निम्न में से किस काव्य का प्रणेता माना जाता है –

क). जाम्बवती विजय
ख). महानन्द काव्य
ग). हनुमान्नाहक
घ). रावणवध काव्य

Q10. व्याकरण शास्त्र के त्रिमुनि के रूप में प्रसिद्ध हैं –

क). भट्टोजिदीक्षित, वरदाचार्य, नागेशभट्ट
ख). नागेश भट्ट, कैय्यट, मम्मट
ग). कात्यायन, पाणिनि, कैय्यट
घ). पाणिनि, कात्यायन, पतञ्जलि

Q11. अष्टाध्यायी पर व्याख्या प्राप्त होती है-

क). पुरुषोत्तम देव की
ख). शरणदेव की
ग). भट्टोजिदीक्षित की
घ). जयादित्यवामन की

Q12. महाभाष्य पर टीका किस आचार्य द्वारा लिखी गई है –

क). भर्तृहरि
ख). जिनेन्द्रबुद्धि
ग). हरदत्त
घ). कात्यायन

Q13. निघण्टु नामक शास्त्र का व्याख्याकार माना जाता है –

क). पाणिनि को
ख). व्याडि को
ग). यास्क को
घ). कात्यायन को

Q14. निरुक्त की सर्वाधिक प्रसिद्ध टीका “ऋज्वर्थ-वृत्ति” के रचनाकार है-

क). स्कन्दस्वामी
ख). दुर्गाचार्य
ग). पाणिनि
घ). नागेश भट्ट

Q15. “दाक्षायण” नाम से प्रसिद्ध है –

क). व्याडि
ख). कुमारिल भट्ट
ग). नागेश भट्ट
घ). कात्यायन

Q16. शब्दों के आख्यातज सिद्धान्त को मानने वाले आचार्यों में प्रमुखता से किसका नाम लिया जाता है-

क). कात्यायन
ख). गार्ग्य
ग). व्याडि
घ). शाकटायन

Q17. प्रभाकर मिश्र है –

क). वैयाकरण
ख). मीमांसक
ग). साहित्यशास्त्री
घ). नैरुक्त

Q18. शाबरभाष्य संबंधित है –

क). निरुक्त से
ख). अष्टाध्यायी से
ग). मीमांसा से
घ). काव्यप्रकाश से

Q19. मान्यतानुसार प्रभाकर मिश्र को ‘गुरु’ की उपाधि से गौरवान्वित किया –

क). व्याडि ने
ख). शंकराचार्य ने
ग). कुमारिल भट्ट ने
घ). शालिक नाथ मिश्र

Q20. कुमारिल भट्ट से संबंधित नहीं है-

क). बृहती टीका
ख). श्लोकवार्तिक
ग). तंत्रवार्तिक
घ). दुप्टीका

Q21. कुमारिल भट्ट के अनुसार प्रमाण है –

क). एक
ख). चार
ग). तीन
घ). छह

Q22. प्रभाकर मिश्र के अनुसार प्रमाण है –

क). पांच
ख). छह
ग). चार
घ). तीन

Q23. नागेश भट्ट के गुरु का नाम है –

क). हरिभट्ट
ख). हरिदीक्षित
ग). भट्टोजिदीक्षित
घ). कौण्डभट्ट

Q24. कैयट्ट के पिता का नाम था –

क). महेश्वर
ख). नागेश भट्ट
ग). मम्मट
घ). जैय्यट

Q25. जगदीश तर्कालङ्कार थे –

क). नैयायिक
ख). मीमांसक
ग). वैयाकरण
घ). नैरुक्त

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यह पोस्ट इनके द्वारा लिखा गया है। पाठकों एवं छात्रों को सही और प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराना हमारा उद्देश्य है। हम boks.in वेबसाइट पर शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित उपयोगी सामग्री साझा करते है। #All India Rank One - Acharya (ved) in CUET PG # TOPPER IN UNIVERSITY OF DELHI (MA Sanskrit 1 Year)

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