प्रिय विद्यार्थियों, इस पोस्ट में वासवदत्ता कादम्बरी के बहुविकल्पीय प्रश्न Vasavdatta Kadambari MCQs Part 2 है। जो मुख्यतः दिल्ली विश्वविद्यालय के परास्नातक संस्कृत के तृतीय सत्र 3rd Sem से संबंधित है तथा संस्कृत की विविध प्रतियोगी परिक्षाओं NET JRF, TGT PGT तथा विश्वविद्यालय स्तरीय परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।
1. परवर्ती गद्यसाहित्य में पण्डिता क्षमाराव की रचना है –
क) तिलकमञ्जरी
ख) वेमभूपालचरित
ग) शिवराजविजय
घ) मुक्तावली
2. कविकल्पित रचना होती है –
क) कथा
ख) चम्पू
ग) आख्यायिका
घ) महाकाव्य
3. महाकवि मयूर सम्बन्धित है –
क) सुबन्धु से
ख) दण्डी से
ग) बाणभट्ट से
घ) शुद्रक से
4. अभिनवगुप्त द्वारा प्रतिपादित “सुबन्धु” की रचना है, जो वर्तमान में अनुपलब्ध है –
क) वासवदत्तानाट्यधारा
ख) स्वप्नवासवदत्ता
ग) हर्षचरित
घ) गीतिमञ्जरी
5. कादम्बरी में कुबेर नामक ब्राह्मण किस कुल में उत्पन्न हुए थे ?
क) भारद्वाज
ख) वात्स्यायन
ग) कौत्स
घ) गार्ग्य
6. “धिया निबद्धेयमतिद्वयी कथा” में ‘अतिद्वयी कथा से किसका निर्देश है?
क) कादम्बरी, हर्षचरितम्
ख) वासवदत्ता, बृहत्कथा
ग) रघुवंशम्, कुमारसंभवम्
घ) शिशुपालवधम्, रामायण
7. “प्रेताधिपनगरीव सदासन्निहितमृत्यु” इस गद्यांश में “प्रेताधिप” का तात्पर्य है –
क) शिव
ख) विष्णु
ग) वरुण
घ) यमराज
8. “कर्णीसुतकथेव सन्निहीत विपुलाचला शशोपगता च” इसमें किसका विमर्श है?
क) शबरशैन्यवर्णन
ख) हारीतवर्णन
ग) विन्ध्याटवी वर्णन
घ) शुद्रक वर्णन
9. “अमृतमथनवेलेव श्रीद्रुमोपशोभिता वारुणी परिगता च” में वारुणी पद का अर्थ नहीं है –
क) पश्चिम दिशा
ख) वरुण की पत्नी
ग) मदिरा
घ) उत्तरदिशा
10. “क्रूरसत्त्वाऽपि मुनिजनसेविता” में अलङ्कार है-
क) विरोधाभास, श्लेष
ख) उपमा, श्लेष
ग) उपमा, विरोधाभास
घ) अनुप्रास, यमक
11 .”जठरानलजीर्णवातापिदानवस्य” में “वातापि” नाम है –
क) देवता
ख) असुर
ग) गन्धर्व
घ) मनुष्य
12. बाणभट्ट के पिता का नाम था –
क).चित्रभानु
ख).त्र्यक्ष
ग).अहिदत्त
घ).विश्वरूप
13. कादम्बरी का उत्तरार्ध लिखा गया है –
क).धर्म
ख).महिदत्त
ग).शुचि
घ)भूषणभट्ट
14. बाणभट्ट किस राजा के आश्रित थे –
क).चिन्तामणि
ख).भोज
ग).हर्षवर्धन
घ).शान्तनु
15. महाभाष्य में निम्न में से किस आख्यान का उल्लेख नहीं मिलता –
क).कादम्बरी
ख).वासवदत्ता
ग).सुमनोन्तरा
घ).भैमरथी
16 .बाणभट्ट ने किस गद्यकार का उल्लेख किया है –
क).भट्टारहरिचन्द्र
ख).अम्बिकादत्त व्यास
ग).वररूचि
घ).कुलशेखर
17. सर्वाधिक प्राचीन गद्य प्राप्त होता है –
क).यजुर्वेद
ख).ब्राह्मण ग्रन्थ
ग).आरण्यक
घ).भाष्य
18 .संस्कृत साहित्य की कठिनतम रचना कही जा सकती है –
क).कादम्बरी
ख).हर्षचरित
ग).वासवदत्ता
घ).मृच्छकटिक
*19. त्रयीमय त्रिगुणात्मा सृष्ट पदार्थों के जन्म के समय युक्त होता है –
(क) सत्त्वगुण से
(ख) रजोगुण से
(ग) तमोगुण से
(घ) प्रोक्त में से कोई नहीं
*20. “विषं महाहेरिव यस्य दुर्वचः सुदुःसहं सन्निहितं सदा मुखे” का विमर्श है –
(क) दुर्जन का
(ख) सज्जन का
(ग) शबरसैन्य का
(घ) शबरसेनापति का
*21. “करोति रागं हृदि कौतुकाधिकं रसेन शय्यां स्वयमभ्युपागता” का विमर्श है –
(क) कथा
(ख) अभिनवा वधू
(ग) प्रोक्त दोनों
(घ) प्रोक्त में से कोई नहीं
*22. वात्स्यायनवंशीय कुबेर के गृह में ब्रह्मचारी सशंकित होकर कौन से वेद पढ़ते हैं –
(क) ऋग्वेद, यजुर्वेद
(ख) ऋग्वेद, सामवेद
(ग) यजुर्वेद, सामवेद
(घ) अथर्ववेद, यजुर्वेद
*23. ‘कंस इव कुवलयापीडभूषितः’ वाक्य में अलङ्कार है –
(क) उपमा एवं श्लेष
(ख) उपमा एवं विरोध
(ग) विरोध एवं श्लेष
(घ) उपमा एवं उत्प्रेक्षा
*24. तार्क्ष्य इव विनताऽऽनन्दकरः वाक्य में किसका वर्णन है?
(क) मकरन्द का
(ख) चिन्तामणि का
(ग) श्रृंगारशेखर का
(घ) कन्दर्पकेतु का
*25. ‘यस्य च समरभुवि भुजदण्डेन कोदण्डं कोदण्डेन शराः शरैररिशिरः … आश्चर्यमासादितम्’ वाक्य में अलङ्कार है-
(क) श्लेष
(ख) रूपक
(ग) उपमा
(घ) मालादीपक
*26. ‘विष्णु इव क्रोडिकृतसुतनुः’ वाक्य में विष्णु के किस अवतार का वर्णन है?
(क) वामन का
(ख) वराह का
(ग) कूर्म का
(घ) कृष्ण का
*27. “वयस्य ! दितिरिव शतमन्युसमाकुला भवत्यस्मादृशजनचित्तवृतिः” इस वाक्य में श्रोता कौन है?
(क) मकरन्द
(ख) चिन्तामणि
(ग) श्रङ्गारशेखर
(घ) कन्दर्पकेतु
*28. “विनतोदराद् सुपर्ण इव” का उपमेय है –
(क) भत्सु
(ख) कुबेर
(ग) अर्थपति
(घ) प्रोक्त सभी
*29. “स्फटिकोपलोमम्” प्रयुक्त है –
(क) चित्रभानु के लिये
(ख) अर्थपति के लिये
(ग) वात्स्यायन के लिये
(घ) प्रोक्त सभी
*30. “विमानीकृतराजहंसमण्डलः” है –
(क) ब्रह्मा
(ख) शूद्रक
(ग) उपर्युक्त दोनों
(घ) प्रोक्त में से कोई नहीं
*31. “जगुः” पद में धातु है –
(क) गम्
(ख) जग्
(ग) गै
(घ) प्रोक्त सभी
*32. ‘हर इव महासेनानुगतो निवर्तितमारश्च’ वाक्य में उपमेय के सन्दर्भ में ‘महासेन’ पद से क्या अभिप्राय है
(क) महान् सेना
(ख) गणेश
(ग) कार्तिकेय
(घ) नारद
*33. ‘यस्य च रिपुवर्गः सदा पार्थोऽपि न महाभारतरणयोग्यः’ वाक्य किससे सम्बद्ध है?
(क) मकरन्द से
(ख) चिन्तामणि से
(ग) मङ्गारशेखर से
(घ) कन्दर्पकेतु से
आशा है कि आपको वासवदत्ता कादम्बरी के बहुविकल्पीय प्रश्न Vasavdatta Kadambari MCQs Part 2 उपयोगी और जानकारीपूर्ण लगा होगा। यदि अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अपने मित्रों और विद्यार्थियों के साथ साझा करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। यदि इसमें किसी प्रकार की त्रुटि हो गई हो या आपका कोई प्रश्न हो, या आपको कोई सुधार या सुझाव देना हो, तो कृपया नीचे कमेंट में अवश्य बताएं। आपके सुझाव हमारे लिए अत्यंत मूल्यवान हैं।
ऐसी ही उपयोगी जानकारी और मार्गदर्शन के लिए जुड़े रहें boks.in के साथ आपका सहयोग और विश्वास ही हमारी प्रेरणा है।
Questions no 32 me I think option A sahi hoga Kyoki upmey Chintamani h
To Chintamani ke sandarbh me to Mahansena hoga n
Comment के लिए धन्यवाद। आपकी शंका का समाधान हो गया है।